हिंदू धर्म में कई ज्यादातर पेड़-पौधों की पूजा की जाती है. इन्ही में से एक है पीपल का पेड़ जिसे घर मे नहीं लगाने की सलाह दी जाती है. आजकल घरों में पीपल का पौधा उग आना कोई असामान्य बात नहीं है. कभी-कभी यह पौधा छतों, कच्चे आंगन या गमलों में उग आता है, जिससे घरवालों के मन में यह सवाल उठता है कि इसे काटा जाए या नहीं. ज्योतिष शास्त्र में इस बारे में कुछ खास नियम बताए गए हैं. यदि घर में पीपल का पौधा उग आया है, तो उसे काटने के लिए कुछ विशेष दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी होता है. आइए, जानते हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से घर में उगे पीपल को काटने के सही तरीके के बारे में.
पीपल का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व
पीपल को धार्मिक दृष्टि से बहुत पवित्र माना जाता है. यह माना जाता है कि इस वृक्ष में देवी-देवताओं का वास होता है. इस वृक्ष की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है. पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने से ग्रहों की शांति होती है, लेकिन जब यह पौधा घर में खुद-ब-खुद उग आता है, तो इसके संबंध में कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए.
घर में उगे पीपल को काटने के नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर में उगे पीपल को काटने से पहले कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है. यदि पीपल का पौधा 1000 पत्तों से छोटा है, तो उसे काटने का कोई दोष नहीं होता. वहीं, यदि यह पौधा टंकी या छत के आसपास उग आया है, तो उसे काटने में कोई हानि नहीं है. लेकिन, यदि यह कच्चे आंगन में उगा है, तो इसे हटाने से पहले कुछ सावधानियां रखनी चाहिए.
काटने की विधि और पूजन
अगर घर में उगे पीपल को काटना ही पड़े, तो एक रात पहले वहां दीपक प्रज्ज्वलित करें और कुछ प्रसाद चढ़ाएं. इसके बाद प्रार्थना करें कि यदि इस पीपल पर कोई देवता वास करता है, तो वह अन्य स्थान पर चला जाए. इस दौरान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ या गजेंद्र मोक्ष का पाठ 108 बार करें.
काटने से पहले कुल्हाड़ी पर घी या शहद लगाकर उसे पवित्र करें और फिर पीपल के पौधे को काटें. यदि पौधा छोटा हो और उसे रिप्लांट किया जा सके, तो इसे अन्य स्थान पर लगाना बेहतर होता है.
दान और पुण्य
काटे गए पीपल की लकड़ी को श्मशान में दान करना चाहिए या हवन स्थल पर दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है. पीपल के पत्तों को हाथी या बैल को खिलाना भी एक शुभ कार्य माना जाता है.